Wednesday, February 16, 2011

गढ़बंधन धर्म पर राजधर्म कुर्बान

राजा को दोबारा मंत्री बनाने के बारे में एक सवाल पर मनमोहन ने कहा कि मुझे ए राजा के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं लेकिन मैं उस स्थिति में नहीं था कि इस बात का फैसला कर सकूं कि इस मामले में सचमुच कुछ गंभीर गड़बड़ी हुई।







अब इसे प्रधानमंत्री का गढ़बंधन धर्म पर राजधर्म कुर्बान करना ही कहा जा सकता है. देश के सबसे शिष्ट और इमानदार नेता ने राष्ट्र ...के साथ धोखा करने वालों का साथ दिया और उसे कबूल भी कर लिया. हे प्रभु इस देश का क्या होगा??????

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